एस. एन. मेरा अद्भूत सुन्दर है। एस. एन. मेरा सबसे प्यारा
श्रुश्रत भर्त हरि का मन्दिर हिप्पोक्रेट का गलियारा
सरस्वती की ज्योति यही है ज्ञान श्रोत भण्डार यही
वृजमण्डल का धाम निराला सब के हित का रखवाला
जन मानस को दे उजियारा एस. एन. मेरा सबसे प्यारा
एस. एन. मेरा अदभुत सुन्दर है......................
दूर दूर तक इसकी गाथा महिमा का कोई पार ना पाता
इस पर नत मस्तक हो करता जीवन ज्योति अलख वो करता
इसका पंछी कहीं न हारा एस. एन. मेरा सबसे प्यारा
एस. एन. मेरा अदभुत..........................
सांस का हर सुमन हो इसके लिये जिन्दगी भी हवन हो इसके लिये
कह वही बरसों से सारी पीढिया ये हमारा नमन हो इसके लिये
इस पर बलि बलि जीवन सारा एस. एन. मेरा सबसे प्यारा
एस. एन. मेरा अदभुत................................
प्रेणायों की सदा से जन्मभूमि यह बनी है कर्म से प्रेरित सभी की यह तपोभूमि बनी है
इसके प्रांगण में खिले है फूल हर उन्माद के युग युग से ही दिये है संदेश प्रेम प्रकार के
इसका यौवन कभी न हारा एस. एन. मेरा सबसे प्यारा
सुबह की लाली का मंजर इसकी रंगत का निखार
फूल बरसाये हवा में जैसे भाखें हर सिंगार
हर बुलन्दी के निकट होने का सबब देता है ये
नित नई श्रद्धा से और वि वास से
रोज हम आगे बढेंगे सूर्य के सत्कार से
एस. एन. मेरा...............................